सैन्य व पुलिस भर्ती परीक्षाओं के जरूरी शारीरिक मापदंड व दक्षता परीक्षा और सुधार के उपाय

किसी भी भर्ती परीक्षा में शारीरिक मापदंड (Physical Standards) और शारीरिक दक्षता परीक्षण (Physical Fitness Test – PFT) अति महत्वपूर्ण होते हैं. खासकर पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षाबलों की परीक्षाओं में. हर परीक्षा के लिए अलग-अलग शारीरिक मानक होते हैं, जिनमें ऊंचाई, वजन, छाती का माप और शारीरिक फिटनेस के अन्य पहलुओं का आकलन किया जाता है.

इस ब्लॉग पोस्ट में हम विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के लिए निर्धारित शारीरिक मापदंडों की विस्तृत जानकारी देंगे और यह भी जानेंगे कि यदि किसी मापदंड में कमी हो, तो उसे कैसे दूर किया जा सकता है और फिजिकल फिटनेस टेस्ट में कैसे खरा उतरा जा सकता है. इसके साथ ही पिछले दिनों की परीक्षाओं के उदाहरण भी दिए जाएंगे ताकि आप पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ सकें.

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विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड का महत्व

भर्ती परीक्षाओं में शारीरिक मापदंड (Physical Standards) का निर्धारण केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह उम्मीदवार की शारीरिक क्षमता, सहनशक्ति और उसके कामकाजी वातावरण में सफलतापूर्वक प्रदर्शन करने की क्षमता को दर्शाता है. विशेष रूप से पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लिए शारीरिक मापदंड का पालन करना अति आवश्यक है, क्योंकि इन सेवाओं में शारीरिक फिटनेस ही कार्यक्षमता का आधार है.

विभिन्न परीक्षाओं के शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण

सैन्य व पुलिस भर्ती की लंबी सूची है, जिनमें से हमने नीचे दी गई सूची को कवर किया है और उन सभी के लिए निर्धारित शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण की जानकारी दी है.

  • भारतीय सेना: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (Indian Army Recruitment: Physical Standards and Physical Fitness Test)
  • भारतीय सेना- अग्निवीर: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (Indian Army – Agniveer: Physical Standards and Physical Fitness Test)
  • पुलिस भर्ती: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (Police Recruitment: Physical Standards and Physical Fitness Test)
  • CRPF: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (CRPF Recruitment: Physical Standards and Physical Fitness Test)
  • अन्य अर्धसैनिक बल: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (Other Paramilitary Forces: Physical Standards and Physical Fitness Test)
  • SSC GD: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (SSC GD: Physical Standards and Physical Fitness Test)
  • NDA: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण (NDA: Physical Standards and Physical Fitness Test)

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हर देशवासी की इच्छा होती है कि वह सेना में भर्ती होकर अपने देश की सेवा करे. हालांकि इसके लिए कड़े मापदंडों से गुजरने के बाद ये अवसर किसी-किसी को ही मिलता है. यदि आप भी इसके लिए तैयारी कर रहे हैं या फिर तैयारी करने की इच्छा रखते हैं तो आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि क्या आपकी ऊंचाई, सीने की चौड़ाई या वजन सैन्य भर्ती के लिए निर्धारित पैमाने के अनुरूप है या नहीं. इसके अलावा कई शारीरिक दक्षण परीक्षण से भी गुजरना होता है. यहां हम उन्हीं मापदंडों पर चर्चा कर रहे हैं ताकि आप खुद को परखकर इस दिशा में आगे बढ़ सकें.

यहां पर आपको यह भी बता दें कि हम सिर्फ जनरल अभ्यर्थी के लिए मापदंड बता रहे हैं, जबकि विभिन्न श्रेणियों में छूट का भी प्रावधान है. वैसे भी अगर आप तैयारी इस आधार पर करेंगे तो चांस है कि आपका चयन बड़ी आसानी से हो जाए.

भारतीय सेना भर्ती के लिए शारीरिक मापदंड

श्रेणीआयुसीमा (वर्षों में)ऊंचाई (सेमी)छाती (सेमी)छाती फुलाकर (सेमी)
सैनिक सामान्य ड्यूटी17 ½ – 211697782
सैनिक तकनीकी17 ½ – 231697782
सैनिक तकनीकी (विमानन/गोला-बारूद परीक्षक)17 ½ – 231697782
सैनिक नर्सिंग सहायक17 ½ – 231697782
सैनिक क्लर्क/स्टोर कीपर तकनीकी17 ½ – 231627681
सैनिक ट्रेड्समैन (सभी शस्त्र) 10वीं पास (शेफ, धोबी, सहायक कर्मचारी (ईआर), ड्रेसर, स्टीवर्ड, कारीगर (लकड़ी का काम), चित्रकार और दर्जी)17 ½ – 231697681
सैनिक ट्रेड्समैन (सभी शस्त्र) 8वीं पास (मेस कीपर और हाउस कीपर)17 ½ – 231697681
स्रोत: भारतीय सेना

भारतीय सेना भर्ती: शारीरिक दक्षता परीक्षा (Physical Fitness Test – PFT)

शारीरिक दक्षता परीक्षा का मुख्य उद्देश्य उम्मीदवार की शारीरिक क्षमता और सहनशक्ति का आकलन करना है. इसमें कई प्रकार के परीक्षण होते हैं, जैसे 1.6 किलोमीटर की दौड़, जिसमें समय सीमा के आधार पर अंक दिए जाते हैं. उदाहरण के लिए यदि दौड़ 5 मिनट 30 सेकंड या उससे कम में पूरी की जाती है, तो 60 अंक मिलते हैं. इसके अलावा पुल-अप्स (बीम पर खिंचाव) किए जाते हैं, जिसमें 10 पुल-अप्स पर 40 अंक तक मिल सकते हैं. अन्य परीक्षणों में 9 फीट की खाई पार करना और जिग-जैग बैलेंसिंग टेस्ट भी शामिल होते हैं, जिन्हें उम्मीदवार को सफलतापूर्वक पूरा करना होता है​.

भारतीय सेना रैली का देखें उदाहरण (PDF)

इंडियन आर्मी के रिक्रूटिंग ऑफिस सिलिगुड़ी पश्चिम बंगाल की ओर से 2020-21 में इन पदों पर भर्ती के लिए रैली आयोजित की गई थी. इसके लिए जारी नोटिफिकेशन में इन शारीरिक मापदंडों के अलावा शारीरिक दक्षता परीक्षा का पूरा मापदंड बताया गया था. इसका पीडीएफ आप देखकर और भी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं.

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भारतीय सेना- अग्निवीर: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण
भारतीय सेना- अग्निवीर: शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षण

केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश के दुश्मनों से लड़ने व सीमाओं की सुरक्षा आदि के लिए एक अलग विंग की स्थापना की है जिसे अग्निवीर कहा जाता है. शॉर्ट टर्म वाली इस सेवा में एक निश्चित अनुपात में चयन भारतीय सेना के लिए भी आगे चलकर क‍िया जाना है. इसके लिए जो शारीरिक मापदंड तय किए गए हैं वे व‍िभिन्न राज्यों के निवासियों के लिए अलग-अलग है. इसके साथ ही शारीरिक दक्षता भी निर्धारित हैं. यहां हम सिर्फ जनरल अभ्यर्थी के लिए मापदंड बता रहे हैं, जबकि विभिन्न श्रेणियों में छूट का भी प्रावधान है.

अग्निवीर भर्ती के लिए राज्यवार शारीरिक मापदंड

क्षेत्रराज्यऊंचाई (सेमी)छाती (सेमी)वजन (किग्रा)
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रजम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब हिल्स16377ऊंचाई और उम्र के अनुसार अनुपातिक
पूर्वी हिमालयी क्षेत्रसिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, असम, पश्चिम बंगाल के हिल क्षेत्र16077
पश्चिमी मैदानी क्षेत्रपंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश17077
पूर्वी मैदानी क्षेत्रपूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा16977
मध्य क्षेत्रमध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र16877*
दक्षिणी क्षेत्रआंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, गोवा16677
स्रोत: ज्वाइन इंडियन आर्मी अग्निपथ योजना

अग्निवीर भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा (PFT)

शारीरिक दक्षता परीक्षण (PFT)अंक
1.6 किलोमीटर दौड़ (समूह 1 – 5 मिनट 30 सेकंड तक)60
1.6 किलोमीटर दौड़ (समूह 2 – 5 मिनट 31 सेकंड से 5 मिनट 45 सेकंड तक)48
पुल-अप्स (10 बार)40
पुल-अप्स (9 बार)33
पुल-अप्स (8 बार)27
पुल-अप्स (7 बार)21
पुल-अप्स (6 बार)16
9 फीट की खाई पार करनाउत्तीर्ण होना आवश्यक
जिग-जैग बैलेंसउत्तीर्ण होना आवश्यक
स्रोत: ज्वाइन इंडियन आर्मी वेबसाइट का अग्निपथ योजना पेज

*केंद्रीय क्षेत्र के लिए अग्निवीर तकनीकी श्रेणी में 1 सेमी की छाती में छूट दी गई हैै.

विशेष शारीरिक मापदंड

शारीरिक मापदंडऊंचाई (सेमी)छाती (सेमी)वजन (किग्रा)
लद्दाखी15777ऊंचाई और उम्र के अनुसार अनुपातिक
गोरखा (भारतीय और नेपाली)15777
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
(i) बसने वाले16577
(ii) स्थानीय15577
मान्यता प्राप्त जनजातीय क्षेत्र के आदिवासी16277
ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स17377
मध्यम तोपखाना17077
सैन्य पुलिस17377
महिला अग्निवीर (सैन्य पुलिस)162
अग्निवीर ऑफिस असिस्टेंट / स्टोर कीपर तकनीकी16277
स्रोत: अग्निपथ योजना- ब्रोशर के लिए क्लिक करें

नोट: उम्मीदवारों को शारीरिक मापदंडों के लिए क्षेत्रीय नियमों का पालन करना होता है. “अग्निवीर” श्रेणियों में कुछ विशेष क्षेत्रीय छूट दी जाती है, जो क्षेत्रीय और सेवा श्रेणी के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं​.

अग्निवीर भर्ती रैली से संबंधित देखें मापदंड (लिंक)

अग्निवीर भर्ती रैली से संबंधित शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षता परीक्षा से संबंधित ये सभी जानकारियां इंडियन आर्मी के रिक्रूटिंग रिलेटेड वेबसाइट पर जाकर विस्तार से ले सकते हैं. आप यहां क्लिक कर ये जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं.

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भारतीय संविधान में की गई व्यवस्था के लिए सिविल पुलिस राज्य सरकारों के अधीन आते हैं. इनमें विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए मापदंड सभी राज्य सरकारों ने अलग-अलग समय में कानून बनाकर और संशोधित करके तैयार किए हैं. हालांकि लगभग सभी सरकारों ने मापदंड एकसमान ही रखे हैं और महज कुछ अंकों के अंतर के साथ आंकड़ों भी एकसमान ही मिलेंगे. यहां हम अलग-अलग कुछ राज्य सरकारों के अलग-अलग पोस्ट के लिए शारीरिक मापदंड व शारीरिक दक्षण परीक्षण की जानकारी उदाहरण स्वरूप दिया है.

पुलिस भर्ती के लिए शारीरिक मापदंड

श्रेणीआयुसीमा (वर्षों में)ऊंचाई (सेमी)छाती (सेमी)छाती फुलाकर (सेमी)
इंस्पेक्टर/एसआई (उत्तर प्रदेश)21- 40पुरुष-महिला
168-152
पुरुष-महिला
79- छूट
पुरुष-महिला
84- छूट
आरक्षक
(छत्तीसगढ़)
18 – 28पुरुष-महिला
168- 158
पुरुष-महिला
निर्धारित नहीं- छूट
पुरुष-महिला
5 की वृद्धि- छूट
स्रोत: उत्तर प्रदेश शासन राजपत्र व छत्तीसगढ़ शासन जनसंपर्क

पुलिस भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षण (PFT)

जैसा कि हमने पूर्व में भी बताया है कि विभिन्न राज्यों में पुलिस भर्ती के लिए प्रक्रिया और निर्धारित मापदंड लगभग एकसमान होता है. मेजरमेंट में ही कुछ-कुछ अंकों का अंतर होता है. यहां हम छत्तीसगढ़ पुलिस भर्ती में निर्धारित की गई शारीरिक दक्षता परीक्षण प्रस्तुत कर रहे हैं. यह आरक्षक पद के लिए था.

इस भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक दक्षता परीक्षण यानी फिजिकल फिटनेस टेस्ट के लिए पुरुषों के लिए
1500मीटर दौड़ में 05:40 मिनट व महिलाओं के लिए 800 मीटर दौड़ 03:20 मिनट में पूर्ण करना था. इसके लिए कोई अंक निर्धारित नहीं था. यह क्वालीफाईंग प्रकृति का था, जिसके अंतर्गत शारीरिक दक्षता परीक्षा में असफल अभ्यर्थियों को इसी स्तर पर अनुत्तीर्ण कर दिया गया और उन्हें लिखित परीक्षा में शामिल नहीं किया गया.

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सीआरपीएफ अर्धसैनिक बल देश की आंतरिक सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभा रहा है. देश में कहीं भी उपद्रव या फ‍िर किसी तरह के बड़े तनाव की स्थिति हो तो सीआरपीएफ के जवानों को याद किया जाता है. नक्सल प्रभावित राज्यों में बड़ी संख्या में इनकी बटालियन की तैनाती की गई है. अगर आप भी देशसेवा व कॅरियर विकल्प के रूप में इसमें जाना चाहते हैं तो हम यहां इसके लिए आवश्यक शारीरिक मापदंड (CRPF Recruitment Physical Standards) और शारीरिक दक्षता परीक्षण (CRPF Recruitment Physical Fitness Test) के जरूरी मापदंड व अर्हता की जानकारी दी है.

सीआरपीएफ भर्ती के लिए शारीरिक मापदंड

श्रेणीआयुसीमा (वर्षों में)वजनऊंचाई (सेमी)छाती (सेमी)छाती फुलाकर (सेमी)
सहायक कमांडेंट सामान्य ड्यूटी20- 25पुरुष- मह‍िला
50- 46
पुरुष-महिला
165-157
पुरुष-महिला
79- छूट
पुरुष-महिला
84- छूट
अन्य उच्च पदआमतौर पर प्रतिनियुक्ति या प्रमोशन आधार पर
स्रोत: भारत सरकार का गजट पीडीएफ

सीआरपीएफ भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षण (PFT)

पुरुष उम्मीदवार के लिए:

  1. 100 मीटर की दौड़ 16 सेकंड में.
  2. 800 मीटर दौड़ 3 मिनट 45 सेकंड में.
  3. लॉन्ग जंप 3.50 मीटर के लिए कुल 3 मौके.
  4. शॉट पुट (7.26 किलोग्राम) कुल 3 मौके.

महिला उम्मीदवार के लिए:

  1. 100 मीटर की दौड़ 18 सेकंड में.
  2. 800 मीटर दौड़ 4 मिनट 45 सेकंड में.
  3. लॉन्ग जंप 3 मीटर के लिए कुल 3 मौके.

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CRPF के साथ ही अन्य अर्धसैनिक सुरक्षा बलों जैसे BSF, CISF, ITBP के लिए भी शारीरिक मापदंड निर्धारित होते हैं. इसके साथ ही इन सभी के लिए भी शारीरिक दक्षता परीक्षण (PFT) के दौर से गुजरना पड़ता है. SSC GD व NDA समेत कई अन्य सरकारी भर्ती परीक्षाओं के ल‍िए भी अलग-अलग मानक तय किए गए हैं, जिन्हें अभ्यर्थ‍ियों को सफल होने के लिए पार पाना होता है. हालांकि शारीरिक मापदंड व दक्षता परीक्षण में कोई विशेष अंतर नहीं होता. मसलन कुछ पाइंट के अंकों में ही बदलाव होते हैं. जबकि प्रक्रिया लगभग एकसमान ही होती हैं.

विभिन्न अर्धसैनिक बल भर्ती के लिए शारीरिक मापदंड व दक्षता परीक्षा (Physical Standard and Efficiency Test for Various Paramilitary Force Recruitment)

  • BSF (शारीरिक मापदंड व दक्षता परीक्षा अर्हता जानने के लिए क्लिक करें)
  • CISF (शारीरिक मापदंड व दक्षता परीक्षा अर्हता जानने के लिए क्लिक करें)
  • ITBP (शारीरिक मापदंड व दक्षता परीक्षा अर्हता जानने के लिए क्लिक करें)

यह भी देखें:

  • SSC GD (संबंधित पेज पर जाने के लिए क्लिक करें और वैकेंसी जारी हाे तो अर्हता देखें)
  • NDA (संबंधित पेज पर जाने के लिए क्लिक करें और वैकेंसी जारी हो तो अर्हता देखें)

शारीरिक मापदंड का उद्देश्य

विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उम्मीदवार उस काम के लिए शारीरिक रूप से उपयुक्त है या नहीं, जिसके लिए उसे चुना जा रहा है. खासकर सुरक्षाबलों में, जहां हर दिन शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह जरूरी हो जाता है कि उम्मीदवार शारीरिक रूप से मजबूत, सहनशील और तंदुरुस्त हो.

उद्देश्य:

  • शारीरिक योग्यता की पहचान करना: भर्ती प्रक्रियाओं के दौरान ऊंचाई, वजन, छाती और दौड़ जैसे मापदंडों के जरिए यह आकलन किया जाता है कि उम्मीदवार कठिन शारीरिक गतिविधियों को करने के योग्य है या नहीं.
  • लंबी अवधि के लिए कार्य क्षमता: जिन सेवाओं में उम्मीदवार को चुना जाता है, वहां दीर्घकालिक शारीरिक फिटनेस आवश्यक होती है. इन मापदंडों से पता चलता है कि उम्मीदवार शारीरिक रूप से कितनी लंबी अवधि तक काम करने में सक्षम होगा.
  • संतुलन और शारीरिक तैयारी: उम्मीदवार की फिटनेस, सहनशक्ति और शारीरिक संतुलन का परीक्षण भी इन्हीं मापदंडों के माध्यम से होता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह बिना किसी शारीरिक बाधा के अपना काम कर सके.

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सुरक्षाबलों और पुलिस बलों में शारीरिक क्षमता का महत्व

सुरक्षाबल और पुलिस बल ऐसे कार्यक्षेत्र हैं, जहां उम्मीदवार को कई बार अत्यधिक शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. चाहे किसी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देनी हो, अपराधियों को पकड़ना हो या सीमाओं पर निगरानी रखनी हो- हर स्थिति में शारीरिक ताकत और सहनशक्ति जरूरी होती है. यही कारण है कि शारीरिक मापदंडों पर इतना जोर दिया जाता है. इसीलिए विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड अनिवार्य किए गए हैं.

शारीरिक क्षमता का महत्व:

  • आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया: पुलिस या सेना में काम करते हुए, कई बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं जहां तेजी से प्रतिक्रिया देना आवश्यक होता है, जैसे कि अपराध स्थल पर पहुंचना, विपरीत परिस्थितियों में शारीरिक प्रयास करना या सीमाओं पर गश्त करना.
  • सशस्त्र बलों के लिए आवश्यकता: सेना या अन्य सशस्त्र बलों में तैनात होते समय किसी आपदा, युद्ध या आपातकालीन स्थिति में शारीरिक ताकत का उपयोग करना पड़ता है. इसके लिए शारीरिक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है.
  • लंबी दूरी की पैदल यात्रा और गश्त: विशेषकर सेना में तैनाती के दौरान कई बार दूर-दराज के क्षेत्रों में पैदल यात्रा या गश्त करनी पड़ती है. इसके लिए शारीरिक सहनशक्ति आवश्यक होती है, जिसे मापदंडों के जरिए आंका जाता है और भर्ती से पहले विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड को पहले परखा जाता है.

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शारीरिक मापदंडों के आधार पर चयन प्रक्रिया

विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड का आकलन चयन प्रक्रिया के दौरान विभिन्न चरणों में किया जाता है, जो इस बात का संकेत देता है कि उम्मीदवार सही तरह से तैयार है या नहीं. यह प्रक्रिया भर्ती की शुरुआत में ही होती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उम्मीदवार शारीरिक रूप से उस भूमिका के लिए फिट है.

चयन प्रक्रिया में मापदंडों की भूमिका:

  • शारीरिक माप परीक्षण (Physical Measurement Test – PMT): यह प्रक्रिया आमतौर पर चयन के शुरुआती चरणों में होती है, जहां उम्मीदवार की ऊंचाई, वजन और छाती का माप लिया जाता है. इसे पास करने वाले उम्मीदवार ही आगे के शारीरिक परीक्षण (Physical Efficiency Test – PET) के लिए योग्य माने जाते हैं.
  • शारीरिक दक्षता परीक्षण (Physical Efficiency Test – PET): इस चरण में उम्मीदवारों को दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद या अन्य शारीरिक सहनशक्ति वाली गतिविधियों में भाग लेना होता है. इसे पास करने के बाद ही वे लिखित परीक्षा या अन्य चरणों में आगे बढ़ते हैं.
  • मेडिकल फिटनेस परीक्षण (Medical Fitness Test): शारीरिक मापदंड पास करने के बाद अंतिम रूप से मेडिकल फिटनेस का परीक्षण होता है, जिसमें यह देखा जाता है कि उम्मीदवार किसी भी शारीरिक या चिकित्सीय समस्या से ग्रसित तो नहीं है.

शारीरिक मापदंडों में कमी होने पर क्या करें?

विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड
सैन्य व पुलिस भर्ती से संबंधति विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंड के अनुरूप कुछ अभ्यास से खुद को तैयार कर सकते हैं.

यदि उम्मीदवार शारीरिक मापदंडों को पूरा नहीं करता, तो इसे समय रहते सही करने के लिए प्रयास करना जरूरी है. मापदंड जैसे ऊंचाई, वजन या फिटनेस में कमी को सुधारने के लिए नियमित व्यायाम, सही खानपान और पेशेवर गाइडेंस की जरूरत होती है. सही योजना और लगातार अभ्यास से यह संभव है कि उम्मीदवार इन मापदंडों को पूरा कर सके. ऊंचाई या वजन जैसे मुद्दे अधिक समय लेते हैं, इसलिए शुरुआती चरणों में ही ध्यान देना चाहिए. शारीरिक फिटनेस के लिए, धैर्य और प्रतिबद्धता सबसे महत्वपूर्ण होती है.

ऊंचाई में कमी को कैसे सुधारें?

  • स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज: नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करें, जैसे कोबरा स्ट्रेच, पुल-अप्स.
  • योगासन: ताड़ासन और भुजंगासन जैसी योग मुद्राओं से मदद मिलती है.
  • सही पोषण: कैल्शियम, विटामिन डी, और प्रोटीन से भरपूर आहार लें.
  • पूरी नींद: ग्रोथ हार्मोन के उत्पादन के लिए 7-8 घंटे की नींद आवश्यक है.

वजन में गड़बड़ी को कैसे संतुलित करें?

  • वजन बढ़ाना: कैलोरी-युक्त और प्रोटीन समृद्ध आहार लें, जैसे दूध, अंडे, नट्स.
  • वजन घटाना: कम कैलोरी और फाइबर युक्त आहार, जैसे सलाद, फल, और साबुत अनाज.
  • व्यायाम: वजन संतुलन के लिए कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जरूरी है.
  • नियमितता: भोजन और व्यायाम में अनुशासन और समय पर संतुलन बनाए रखें.

शारीरिक फिटनेस कैसे सुधारें?

  • दौड़: 1.6 किलोमीटर दौड़ के लिए नियमित अभ्यास करें.
  • शक्ति प्रशिक्षण: पुश-अप्स, स्क्वाट्स और प्लैंक्स से मांसपेशियों को मजबूत करें.
  • शारीरिक सहनशक्ति: साइक्लिंग और तैराकी से सहनशक्ति बढ़ाएं.
  • समयबद्ध योजना: हर दिन एक निश्चित समय पर फिटनेस की प्रैक्टिस करें.

शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी

शारीरिक दक्षता परीक्षा (Physical Fitness Test) की तैयारी के लिए नियमित अभ्यास और सही तकनीकों का पालन करना बेहद जरूरी है. यह परीक्षा आपके शारीरिक सहनशक्ति, ताकत और त्वरित गति की क्षमता को मापती है. इसलिए, उम्मीदवारों को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से तैयारी करनी चाहिए ताकि वे आवश्यक मापदंडों को आसानी से पूरा कर सकें. इसके लिए सही आहार, व्यायाम और अनुशासन आवश्यक हैं.

तैयारी के लिए जरूरी सुझाव:

  • दौड़ के लिए अभ्यास: 1.6 किमी दौड़ के लिए रोजाना समयबद्ध अभ्यास करें. पहले धीरे-धीरे गति बढ़ाएं.
  • स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: पुश-अप्स, पुल-अप्स और स्क्वाट्स जैसे व्यायाम नियमित रूप से करें.
  • फ्लेक्सिबिलिटी और संतुलन: शरीर की लचीलापन बढ़ाने के लिए स्ट्रेचिंग और योग का अभ्यास करें.
  • समय प्रबंधन: हर दिन का एक निश्चित समय शारीरिक अभ्यास के लिए निर्धारित करें.
  • सही आहार: पौष्टिक आहार लें, जिसमें प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स भरपूर मात्रा में हों.
  • पूरी नींद: शारीरिक पुनर्प्राप्ति और फिटनेस बनाए रखने के लिए 7-8 घंटे की नींद लें.

परीक्षाओं के शारीरिक मापदंडों को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव

भर्ती परीक्षाओं के शारीरिक मापदंडों को पूरा करने के लिए सही तैयारी, अनुशासन, और नियमित अभ्यास जरूरी है. केवल शारीरिक रूप से फिट होना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि मानसिक तैयारी भी आवश्यक है. साथ ही, उम्मीदवारों को चिकित्सा परीक्षण और मापदंडों के अनुसार अपनी शारीरिक फिटनेस को बनाए रखना चाहिए.

सही तैयारी कैसे करें

  • नियमित अभ्यास: दौड़, पुल-अप्स और अन्य शारीरिक परीक्षणों के लिए समयबद्ध अभ्यास करें.
  • फिटनेस ट्रेनिंग: जिम में या घर पर स्ट्रेंथ और कार्डियो एक्सरसाइज का अभ्यास करें.
  • व्यायाम की योजना: रोजाना 1-2 घंटे फिटनेस के लिए निर्धारित करें और शरीर के विभिन्न हिस्सों को ट्रेन करें.
  • आहार: संतुलित आहार लें जिसमें प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स पर्याप्त हों.

चिकित्सा परीक्षण के लिए क्या ध्यान रखें

  • शारीरिक स्वास्थ्य: भर्ती से पहले किसी चिकित्सक से शारीरिक स्वास्थ्य की जांच कराएं.
  • बीमारी का इलाज: किसी भी लंबी बीमारी या चोट का समय रहते इलाज कराएं.
  • साफसफाई: कान, आंख, और त्वचा की नियमित सफाई करें, विशेषकर कान में वैक्स को साफ रखें.
  • जरूरी दस्तावेज़: सभी मेडिकल रिपोर्ट और प्रमाणपत्र साथ रखें.

मानसिक और शारीरिक तैयारी का संतुलन

  • मानसिक स्थिरता: ध्यान और योग का अभ्यास करें ताकि मानसिक तनाव से बच सकें.
  • धैर्य: शारीरिक फिटनेस में समय लगता है, धैर्य बनाए रखें और निरंतर अभ्यास करें.
  • सकारात्मक सोच: सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें और खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाएं.
  • आराम: शरीर और मस्तिष्क को आराम देने के लिए पर्याप्त नींद और विश्राम लें.

निष्कर्ष:

विभिन्न परीक्षाओं के लिए शारीरिक मापदंडों को समझना और उसके अनुसार तैयारी करना आपके चयन के लिए महत्वपूर्ण होता है. इन मापदंडों को पूरा करने के लिए आपको न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार रहना चाहिए. यदि किसी मापदंड में कमी हो, तो उसे समय रहते सही उपायों से सुधारा जा सकता है. सही जानकारी और निरंतर प्रयास से आप इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और सफलता की ओर बढ़ सकते हैं. इस ब्लॉग में दिए गए सुझावों का पालन कर आप अपनी तैयारी को और बेहतर बना सकते हैं.

FAQ

विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में शारीरिक मापदंड क्यों जरूरी होते हैं?
(Why are physical standards important in various recruitment exams?)

शारीरिक मापदंड इसलिए जरूरी होते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उम्मीदवार कठिन शारीरिक चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम हैं, खासकर पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षाबलों की नौकरियों में.

क्या सभी भर्ती परीक्षाओं के शारीरिक मापदंड समान होते हैं?
(Are the physical standards the same for all recruitment exams?)

नहीं, शारीरिक मापदंड विभिन्न परीक्षाओं और राज्यों के अनुसार अलग-अलग होते हैं. कुछ भर्ती परीक्षाओं में ऊंचाई, वजन, और छाती के माप में छूट दी जाती है.

यदि ऊंचाई या वजन में कमी हो तो इसे कैसे सुधारें?
(How can I improve if I lack in height or weight?)

ऊंचाई बढ़ाने के लिए नियमित स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करें. वजन संतुलित करने के लिए सही आहार और व्यायाम का पालन करें.

शारीरिक दक्षता परीक्षा (PFT) की तैयारी कैसे करें?
(How can I prepare for the Physical Fitness Test (PFT)?)

शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित दौड़, पुश-अप्स, पुल-अप्स, और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें. साथ ही संतुलित आहार लें और पर्याप्त नींद लें.

किस प्रकार के शारीरिक परीक्षण भर्ती परीक्षाओं में होते हैं?
(What types of physical tests are conducted in recruitment exams?)

आमतौर पर 1.6 किलोमीटर की दौड़, पुल-अप्स, ज़िग-ज़ैग बैलेंस, और 9 फीट की खाई पार करने जैसे शारीरिक परीक्षण होते हैं.

कितना समय लगेगा शारीरिक मापदंडों को पूरा करने के लिए?
(How much time will it take to meet the physical standards?)

यह आपकी वर्तमान शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है. आमतौर पर 3-6 महीनों के नियमित अभ्यास से अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं.

चिकित्सा परीक्षण के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
(What should be considered for the medical examination?)

सुनिश्चित करें कि आपके कान, आंख, और त्वचा की नियमित जांच हो. किसी भी शारीरिक समस्या या बीमारी का इलाज समय पर कराएं और सभी मेडिकल रिपोर्ट तैयार रखें.

यदि उम्मीदवार शारीरिक मापदंडों को पूरा नहीं कर पाता तो क्या होगा?
(What happens if a candidate fails to meet the physical standards?)

यदि उम्मीदवार मापदंडों को पूरा नहीं करता है, तो उसे अयोग्य घोषित किया जाएगा और वह आगे की चयन प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाएगा.

शारीरिक मापदंड के अलावा अन्य कौन से मापदंड महत्वपूर्ण होते हैं?
(Apart from physical standards, what other criteria are important?)

शारीरिक मापदंड के अलावा शैक्षिक योग्यता, मेडिकल फिटनेस, और लिखित परीक्षा के अंक भी महत्वपूर्ण होते हैं.

क्या महिलाओं के लिए शारीरिक मापदंड अलग होते हैं?
(Are physical standards different for women?)

हां, महिलाओं के लिए ऊंचाई, वजन और कुछ अन्य मापदंड पुरुषों की तुलना में कम होते हैं, लेकिन उनकी शारीरिक फिटनेस का परीक्षण भी समान रूप से किया जाता है.

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